विजन, मिशन और प्रमुख उद्देश्य

विजन
"सड़क परिवहन क्षेत्र की चुनौतियों का सामना करने के लिए अनुसंधान, नवोन्मेष, विकास और उनके अनुप्रयोग को समृद्ध और एकीकृत करने के लिए एक वैश्विक अग्रदूत बनना"

मिशन
1. सुरक्षित और वहनीय परिवहन प्रणाली के विकास के लिए वैज्ञानिक प्रतिभा को पोषित करना।
2. सड़कों और बहु-रूपात्मक परिवहन प्रणाली के क्षेत्र में नवोन्मेष तकनीक और समावेशी उपायों के लिए प्रख्यात ज्ञान का जनक और ज्ञान-कोष बनना।
3. संस्थान के उत्पाद पोर्टफोलियो को अंतरराष्ट्रीय मानक प्रदान करना।
4. सड़क परिवहन सेक्टर के क्षेत्र में साझेदारों के साथ निकट संपर्क के लिए एक प्रभावी अनुसंधान एवं विकास का मंच उपलब्ध कराना।

प्रमुख उद्देश्य
सीआरआरआई के वैज्ञानिक और तकनीकी उद्देश्य हैं :-
1. देश के कम विकसित क्षेत्रों के लिए कम लागत वाली बारहमासी ग्रामीण सड़कों के निर्माण के लिए विनिर्देश, श्रमिक केंद्रित प्रणाली और दस्ती सहायता का विकास करना ।
2. मितव्ययिता और उत्तम सेवा प्राप्त करने को दृष्टिगत रखते हुए तथा संबंधित सामग्री यथा समुच्चय, डामर, सीमेंट आदि क़ो शामिल करते हुए राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ सामंजस्य रखते हुए विभिन्न प्रकार की सड़कों और रनवे की जांच, निर्माण और अनुवीक्षण  के लिए मूलभूत और अनुप्रयुक्त अनुसंधान करना। 
3. देश के स्वदेशी आत्म-निर्भरता प्राप्त करने में प्रासंगिक महामार्ग अभियांत्रिकी से संबंधित तकनीकों को अपनाने के लिए उपयुक्त उपकरण, मशीनरी, यंत्र एवं उपकरणों को विकसित करना।
4. विभिन्न जलवायु और यातायात परिस्थितियों के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की सड़कों के प्रदर्शन पर अनुसंधान कार्य करना।
5. सड़क यातायात और परिवहन अभियांत्रिकी के सभी पहलुओं पर अनुसंधान एवं विकास कार्य करना जिसमें विभिन्न प्रकार के परिवहन से संबंधित दुर्घटनाओं का अध्ययन, सड़क सुरक्षा उपायों का विकास, सड़क उपयोगकर्ताओं का मनोविज्ञान और परिवहन अर्थशास्त्र शामिल हैं।
6. सड़कों और रनवे के मितव्ययी निर्माण और अनुरक्षण के लिए स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्री के लिए अनुसंधान करना।
7. विदेशी विशेषज्ञता के आयात से बचने के लिए सड़कों और संबंधित क्षेत्रों में विभिन्न संगठनों को तकनीकी सलाह और परामर्श प्रदान करना।
8. स्वदेशी रूप से विकसित तकनीकों के व्यापक अनुप्रयोग के लिए पुनश्चर्या पाठ्यक्रमों, कार्यशालाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से सड़क प्रौद्योगिकीविदों को प्रशिक्षित करना।
9. महामार्ग और परिवहन अभियांत्रिकी और संबद्ध विषय में विभिन्न पहलुओं पर समय एवं स्थान के अनुसार विशेष समस्याओं के विवेकसम्मत समाधानों को प्राप्त करने के लिए उपकरणों एवं विशेषज्ञता, दोनों में आवश्यक सभी अवसंरचना को निर्मित और स्थापित करना।
10. विशिष्ट क्षेत्रों में सड़कों, सड़क परिवहन से संबंधित समस्याओं के वैज्ञानिक अध्ययन के लिए अन्य संस्थानों का विकास करना और सहायता देना ।