लेख / अध्याय

1.  रवि सुंदरम, जगदीश शाहू, वसंत हवानगी, (2019), "जियोटेक्निक फॉर ट्रांसपोर्टेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर" पर एक पुस्तक का सह-संपादन - हाल के विकास, आने वाली तकनीकें और नई अवधारणाएँ" (खंड 1: आईएसबीएन 978-981-13 6701-4), खंड 2. आईएसबीएन 978-981-13-6713-7 (ई-पुस्तकें) (आईएसजीटीआई-2018), स्प्रिंगर द्वारा प्रकाशित
2.  ए.के. सिन्हा, वी.जी. हवानगी और जी.एस. पार्वती, (2019), सड़क निर्माण में अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग, न्यू बिल्डिंग मैटेरियल्स एंड कंस्ट्रक्शन वर्ल्ड (एनबीएम एंड सीडब्ल्यू), नई दिल्ली, वॉल्यूम 25(3) पृष्‍ठ 78 - 88
3.  ए के सिन्हा, एम विनोथ, एस रवि शंकर और वी जी हवानगी, (2020), सड़क निर्माण के लिए फाउंड्री रेत अपशिष्ट सामग्री की विशेषता, न्यू बिल्डिंग मैटेरियल्स एंड कंस्ट्रक्शन वर्ल्ड (एनबीएम एंड सीडब्ल्यू), नई दिल्ली में प्रकाशन के लिए स्वीकृत, वॉल्यूम 25(9), पृष्‍ठ 74 - 85
4.  सिंह ए, कंचन के. और कुमार आर. (2020), "निर्माण उद्योग के लिए उभरते वैकल्पिक सीमेंट", न्यू बिल्डिंग मैटेरियल्स एंड कंस्ट्रक्शन वर्ल्ड (एनबीएम एंड सीडब्ल्यू), वॉल्यूम 25 (7), पृष्‍ठ 182-189
5.  कोटा, एस. और कुमार, पी., (2019), "ए सिस्टमैटिक अप्रोच फॉर डेवलपमेंट ऑफ पेवमेंट मेंटेनेंस मैनेजमेंट सिस्टम", एनबीएम एंड सीडब्ल्यू, इंफ्रा कंस्ट्रक्शन एंड इक्विपमेंट मैगजीन, वॉल्यूम 25(3), पृष्‍ठ102-104
6.  कुमार बी, (2019), "व्हाइटटॉपिंग: सिटी रोड्स के लिए टिकाऊ और लागत प्रभावी समाधान", न्यू बिल्डिंग मैटेरियल्स एंड कंस्ट्रक्शन वर्ल्ड (एनबीएम एंड सीडब्ल्यू), वॉल्यूम 25(3), पीपी 90-94,
7.  राव, वी.वी.एल.के., लिंसी, वी. और लक्ष्मी, पी. (2019), "नैनोसिलिका कंक्रीट में एक पूरक सीमेंटिटियस मिश्रण के रूप में", सीई एंड सीआर स्पेशल इश्यू: कंक्रीटिंग स्पेशल", सिविल इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन रिव्यू, 32(6), पृष्‍ठ 36-42  https://cecr.in/CurrentIssue/Issue/2019/6
8. आलोक रंजन, योगेन्‍द्र सिंह तथा कुमार शशि भूषण (2019), ‘भूमि के अंतर्गत संचरित तरंगों की प्रकृति’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 18, जून 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
9.  निधि, ललिता मेहरा (2019), ‘बौद्धिक संपदा अधिकार एवं इसके महत्व’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 18, जून 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
10. विजय कुमार कन्नौजिया, अनिल कुमार सिन्हा तथा पी एस प्रसाद (2019), ‘ब्लेंकेट सामग्रियों के मिक्स डिजाइन की जांच और समीक्षा करना’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 18, जून 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
11. एस पदमा, जे नटराजू, ई मधु तथा रविन्‍द्र कुमार (2019), ‘लाइन चॉइस संभाव्यता की गणना ट्रांजिट स्टॉप पर उलटी गिनती जानकारी - दिल्ली बस ट्रांजिट नेटवर्क के एक खंड के लिए केस स्टडी’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 18, जून 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
12. रवींद्र कुमार तथा नेहा चौधरी (2019), ‘पायथन प्रोग्रामिंग और इमेज प्रोसेसिंग का उपयोग कर वाहन गिनती और वर्गीकरण’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 18, जून 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
13. आलोक रंजन (2019), ‘जल - एक अद्भुत प्राकृतिक वरदान’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 18, जून 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
14. कामिनी गुप्ता, नीलिमा चक्रवर्ती तथा राजन वर्मा (2019), ‘सड़क सुरक्षा में चालकों के व्यवहारिक कुशलता के आकलन हेतु नेत्र ट्रैकर का उपयोग’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 19, दिसंबर 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
15. नेहरिका टी.गायकवाड़, तुषार बागुल, अशोक मोरे तथा रवींद्र कुमार (2019), ‘प्लास्टिक कचरे से उत्‍पन्‍न ऊर्जा ईंधन के लक्षण और इसके प्रभाव’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 19, दिसंबर 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
16. आलोक रंजन (2019), ‘संवेदनशील उपकरणों एवं महत्वपूर्ण संरचनाओं के परिरक्षण के लिए हल्के एवं रंध्रयुक्त पदार्थों की उपयोगिता’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 19, दिसंबर 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
17. अमरेश कुमार, मयूर अख्‍तर, के सीतारामनजनेयुलु तथा प्रदीप कुमार (2019), ‘सड़कों के निर्माण और रखरखाव के लिए नवीन प्रौद्योगिकियां’, ‘सड़क दर्पण’, अंक 19, दिसंबर 2019, सीआरआरआई, नई दिल्ली
18. संजय चौधरी तथा नित्यानंद चौधरी (2019), ‘तकनीक से हासि‍ल निर्मल जल’, ‘जल चेतना’, खंड 8, अंक 1, वर्ष 2019, पृष्‍ठों सं. 61-64.
19. संजय चौधरी तथा नित्‍यानंद चौधरी (2019), ‘सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि के परिप्रेक्ष्य में सड़क सुरक्षा कानून में बदलाव की आवश्यकता’, ‘जि‍ज्ञासा’, अंक 33, वर्ष 2019, आईआईटी दिल्‍ली, पृष्‍ठों 111-117, ISSN 2349-560X
20. ए.सिंह, एन.कौर, और एस. भल्ला (2018), "वेस्ट टू एनर्जी: पीजोइलेक्ट्रिक एनर्जी हार्वेस्टिंग फ्रॉम वेहिकल मूवमेंट", लेक्चर नोट्स इन सिविल इंजीनियरिंग-स्प्रिंगर (यह मूल रूप से यातायात इंजीनियरिंग में हालि‍या प्रगति पर तीसरे राष्ट्रीय सम्मेलन की कार्यवाही का हिस्सा था)
21. यू. के. विट्ठल और वी.के. कनौजिया (2018), ''सड़क निर्माण के लिए सुरंग उत्खनन मिट्टी पर प्रायोगिक अध्ययन'', न्यू बिल्डिंग मैटेरियल्स एंड कंस्ट्रक्शन वर्ल्ड (एनबीएम एंड सीडब्ल्यू) में प्रकाशित, नई दिल्ली, 24 (3), सितंबर 2018, पृष्‍ठ 100-106।
22  रीना सिंह (2018), "फुटपाथ इंजीनियरिंग और पर्यावरण क्षेत्र में नैनोसाइंस का महत्व", नैनो डाइजेस्ट, 2018, 10 (4), अप्रैल 2018, पृष्‍ठ 28-34।
23. रीना सिंह और आर.के. सोनी (2019), "लेजर-प्रेरित हीटिंग सिंथेसिस ऑफ हाइब्रिड नैनोपार्टिकल्स, इन बुक: नोबल मेटल-मेटल ऑक्साइड हाइब्रिड नैनोपार्टिकल्स: फंडामेंटल्स एंड एप्लीकेशन्स", जनवरी 2019, डॉ. तुआन अन्ह गुयेन, डॉ सत्यब्रत महापात्र द्वारा संपादित। डीओआई: 10.1016/बी978-0-12-814134-2.00011-5,
24. आर. कुमार, (2019), "नवनिर्मित सीमेंट कंक्रीट फुटपाथ के स्केल किए गए सतह क्षेत्रों की मरम्मत", न्यू बिल्डिंग मैटेरियल्स एंड कंस्ट्रक्शन वर्ल्ड, 24, 70-78। आईएसएसएन 0973-0591।
25. राजीव गोयल (2018), "निरंतर स्पैन ब्रिज का लोड परीक्षण", सिविल इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन रिव्यू , 31(10), अक्टूबर 2018, पृष्‍ठ52-61।
26. राजीव गोयल और जी.के. साहू (2018), "मौजूदा प्रबलित कंक्रीट इमारतों की भूकंपीय भेद्यता मूल्यांकन और मजबूती", न्यू बिल्डिंग मैटेरियल्स एंड कंस्ट्रक्शन वर्ल्ड, 23 (11), मई 2018, पीपी। 140-150।
27. एस.एस.कर और एम.एन.नागभूषण (2018), "कोल्ड मिक्स टेक्नोलॉजी फॉर रूरल रोड्स", सिविल इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन रिव्यू, 31(4), अप्रैल 2018, पीपी 76-80